बचपन गुल्लक मेरी तिजोरी
गुजरा सफर था कि कोई किस्सा कहानी
आगे भी सफर है, न कोई किस्सा कहानी
नई बाइसकल पर सेल वाली घंटी की कहानी
स्कूल के नए बस्ते पर चमकते बिल्ले की कहानी
गोल दो मंजिल के चमक वाले टिफिन की कहानी
पुरानी बक्सिया पर नया रंग रोगन की कहानी
बुआ,मौसी आने से मिली बख्शीश की कहानी
गुल्लक में जमा होती हुई उस दौलत की कहानी
छोटे से सिक्के को पिन से बाहर निकालने की कहानी
गुल्लक को तोड़ खजाना निकाल गिनना
छोटी बहन को जन्म दिन पर गुड़िया दिलाने की कहानी
बड़ी दिलचस्प होती है बचपन की कहानी
ये किस्सों की गठरी , हम सब की कहानी
डा. राजीव जैन “सागर”
@ सागर , मध्य प्रदेश