बचना है गर एड्स से बंधु
दुनिया में कहीं भी रहना बंधु
प्रेम प्रीत और प्यार से
बचना है गर एड्स से बंधु
बचना तुम व्यभिचार से
एड्स रोकना है दुनिया में
जागरूकता और विचार से
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दुनिया में कहीं भी रहना बंधु
प्रेम प्रीत और प्यार से
बचना है गर एड्स से बंधु
बचना तुम व्यभिचार से
एड्स रोकना है दुनिया में
जागरूकता और विचार से
सुरेश कुमार चतुर्वेदी