Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2021 · 1 min read

बगैर ‘पिया मिलन’ की ज़िंदगी निकल गई

तुमने जो पाया,
वो तो मेरे लिए पाया।
मैंने जो खोई,
वो तो तेरे लिए खोई।
इस पाने-खोने के बीच
पूरी ज़िंदगी
बगैर मिलन की
निकल गई !

Language: Hindi
5 Likes · 9 Comments · 239 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एकांत मन
एकांत मन
TARAN VERMA
2833. *पूर्णिका*
2833. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कमरा उदास था
कमरा उदास था
Shweta Soni
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
सामाजिक बहिष्कार हो
सामाजिक बहिष्कार हो
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
मच्छर
मच्छर
लक्ष्मी सिंह
💐प्रेम कौतुक-267💐
💐प्रेम कौतुक-267💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुद्दा
मुद्दा
Paras Mishra
रूबरू।
रूबरू।
Taj Mohammad
जब तुम हारने लग जाना,तो ध्यान करना कि,
जब तुम हारने लग जाना,तो ध्यान करना कि,
पूर्वार्थ
सबरी के जूठे बेर चखे प्रभु ने उनका उद्धार किया।
सबरी के जूठे बेर चखे प्रभु ने उनका उद्धार किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
क्या खूब दिन थे
क्या खूब दिन थे
Pratibha Pandey
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
#लिख_के_रख_लो।
#लिख_के_रख_लो।
*Author प्रणय प्रभात*
फिलहाल अंधभक्त धीरे धीरे अपनी संस्कृति ख़ो रहे है
फिलहाल अंधभक्त धीरे धीरे अपनी संस्कृति ख़ो रहे है
शेखर सिंह
बदले नजरिया समाज का
बदले नजरिया समाज का
Dr. Kishan tandon kranti
शाकाहारी बने
शाकाहारी बने
Sanjay ' शून्य'
.....★.....
.....★.....
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
Abasaheb Sarjerao Mhaske
मौत से यारो किसकी यारी है
मौत से यारो किसकी यारी है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे (हिंदी गजल)*
*बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
डॉ० रोहित कौशिक
*पशु से भिन्न दिखने वाला .... !*
*पशु से भिन्न दिखने वाला .... !*
नेताम आर सी
हादसों का बस
हादसों का बस
Dr fauzia Naseem shad
वो कहती हैं ग़ैर हों तुम अब! हम तुमसे प्यार नहीं करते
वो कहती हैं ग़ैर हों तुम अब! हम तुमसे प्यार नहीं करते
The_dk_poetry
ना देखा कोई मुहूर्त,
ना देखा कोई मुहूर्त,
आचार्य वृन्दान्त
हंसें और हंसाएँ
हंसें और हंसाएँ
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सुख दुःख
सुख दुःख
जगदीश लववंशी
प्रीति
प्रीति
Mahesh Tiwari 'Ayan'
Loading...