बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
तुम्हारे नाम का रख लेता हूँ
और इंतजार रहता कि तुम आओगे अभी
तुम नहीं आते तो क्या हुआ
वक्त गुजर जाता है सांसे चलती रहती हैं
तुम्हारे इसी झूठे खयाल में
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
तुम्हारे नाम का रख लेता हूँ
और इंतजार रहता कि तुम आओगे अभी
तुम नहीं आते तो क्या हुआ
वक्त गुजर जाता है सांसे चलती रहती हैं
तुम्हारे इसी झूठे खयाल में