बंधुआ लोकतंत्र
वे कौन हैं जो इस देश को
एक पिंजरा बना देना चाहते हैं!
वे कौन हैं जो हमें बे-पंख
एक परिंदा बना देना चाहते हैं!
वे कौन हैं जिन्हें आज़ादी के
हमारे गीतों से इतनी एलर्जी है!
वे कौन हैं जो लोकतंत्र को
एक बंधुआ बना देना चाहते हैं!
Shekhar Chandra Mitra