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19 Aug 2018 · 1 min read

बंद करो

हर दिन हर पल रात में आकर यूं मुझे जगाना बंद करो
हर रातों को यूं ख़्बाव में आकर याद में आना बंद करो
दिल की बातें दिल ही जाने या जानें फिर ‘मैं’ और तुम
नज़र झुकाकर , होठ दबाकर ऐसे मुस्काना बंद करो।।

Language: Hindi
1 Like · 232 Views
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