बंद कमरे के आसमान से
कैद में भी जन्नत
होती है गर
खुदा के कैदखाने में बंद
कैदी पर इनायत होती है
अंधेरे में भी रोशनी
दिखती है
मायूसी में भी रंगीनी
दिखती है
बंजर भूमि में भी
हरियाली छा जाती है
जब उसकी मेहर की
फूलों की बारिश
बंद कमरे के आसमान से भी
होती है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001