फैसलों में फासले हो ही जाते है !
कुलहड़ की चाय.
फूहड़ की चाल .
मकड़ी का जाल .
कचहड़ी की चाल.
उम्र बीत जाती है .
फैसले मृत्यु के बाद .
जनता सुनती है .
कभी काफिरों ने .
घोटाले किये है .
नाम बदलते रहते है .
नियत वही रहती है ।।
डॉ महेंद्र
कुलहड़ की चाय.
फूहड़ की चाल .
मकड़ी का जाल .
कचहड़ी की चाल.
उम्र बीत जाती है .
फैसले मृत्यु के बाद .
जनता सुनती है .
कभी काफिरों ने .
घोटाले किये है .
नाम बदलते रहते है .
नियत वही रहती है ।।
डॉ महेंद्र