Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2021 · 1 min read

फैशन की दुनिया

फैशन की इस दुनिया में,
ये कैसा तोल-मोल है ।
इज्जत से मंहगा यहां,
कपडो़ का मोल है ।।
बिकते लाखों और करोडो़ं मे,
नेता-अभिनेताओं के सूट है ।
बिखरे पडे़ रहते है कचरे में,
शहीदों की वर्दी और बूट है ।।
दुनिया में पहनावे का,
ये कैसा अजब-गजब खेल है ।
भद्र जनों के वेश में,
भेडियों का मेल है ।।
मन का मैल न धोकर,
तन को धोने में लगे है ।
दुनिया को दिखाने,
राम भजन में लगे है ।।
होटल और पबों में,
पैसे ही पैसे बरसते है ।
सोने का ढेर लगा,
सोने को तरसते है ।।
लोभ-लालच, मोह-माया का,
ये कैसा भ्रम जाल है ?
भूखे-नंगे असहाय की,
न कोई देखरेख न कोई ख्याल है।।
सरे – राह होता रहता है,
इज्जत से खिलवाड़ ।
लोग घरों में दुबक कर,
बंद कर लेते है किबाड़ ।।

Language: Hindi
2 Likes · 6 Comments · 716 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"गमलों में पौधे लगाते हैं,पेड़ नहीं".…. पौधों को हमेशा अतिरि
पूर्वार्थ
जीवन उद्देश्य
जीवन उद्देश्य
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
तू सीमा बेवफा है
तू सीमा बेवफा है
gurudeenverma198
मेरी दुनिया उजाड़ कर मुझसे वो दूर जाने लगा
मेरी दुनिया उजाड़ कर मुझसे वो दूर जाने लगा
कृष्णकांत गुर्जर
सत्य और अमृत
सत्य और अमृत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
#काव्यात्मक_व्यंग्य :--
#काव्यात्मक_व्यंग्य :--
*Author प्रणय प्रभात*
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पवित्र होली का पर्व अपने अद्भुत रंगों से
पवित्र होली का पर्व अपने अद्भुत रंगों से
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी भी डंक मार सकती है इसीलिए होशिय
मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी भी डंक मार सकती है इसीलिए होशिय
Tarun Singh Pawar
मेरे हिस्से सब कम आता है
मेरे हिस्से सब कम आता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
2280.पूर्णिका
2280.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कातिल अदा
कातिल अदा
Bodhisatva kastooriya
शहर - दीपक नीलपदम्
शहर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बेटियां अमृत की बूंद..........
बेटियां अमृत की बूंद..........
SATPAL CHAUHAN
नेता जी
नेता जी
surenderpal vaidya
नवरात्रि के इस पवित्र त्योहार में,
नवरात्रि के इस पवित्र त्योहार में,
Sahil Ahmad
भाई बहन का प्रेम
भाई बहन का प्रेम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*साइकिल (बाल कविता)*
*साइकिल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
हमनें ख़ामोश
हमनें ख़ामोश
Dr fauzia Naseem shad
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
Neelam Sharma
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
Shashi kala vyas
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हिकारत जिल्लत
हिकारत जिल्लत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हिंदी दोहा शब्द - भेद
हिंदी दोहा शब्द - भेद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जवाब दो हम सवाल देंगे।
जवाब दो हम सवाल देंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
*समृद्ध भारत बनायें*
*समृद्ध भारत बनायें*
Poonam Matia
"कोयल"
Dr. Kishan tandon kranti
बात पुरानी याद आई
बात पुरानी याद आई
नूरफातिमा खातून नूरी
भिखारी का बैंक
भिखारी का बैंक
Punam Pande
पुरातत्वविद
पुरातत्वविद
Kunal Prashant
Loading...