–फेस बुक की रील–
नहीं देखा हो तो
एक बार जरूर देख लेना
जिस्म की नुमाइश का
व्यापार जोरों पर है
जिस के घर खाने को
दाने नहीं वो आज
मोबाइल से रील बना रहा है !!
बदन को तोड़ मरोड़ कर
अपनी भद्दी अदा बिखेर कर
लोगों की थाली में अश्लीलता
परोसने का काम कर रहा है !!
फेसबुक पर कभी सादगी
से लोग आया करते थे
पर अब रील से खुद को
दोमुहे का अदाकार बना रहा है !!
न जाने कितनी नीचता अभी दिखेगी
न जाने दुनिआ किस गर्त में गिरेगी
आम इंसान तो बेकार हो गया है
न जाने यह किस धार बह रहा है !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ