फूल से खुश्बू महकना चाहिए
आनंदवर्धक छंद
२१२२ २१२२ २१२
विश्व में संग्राम रुकना चाहिए।
दिल किसी का अब न दुखना चाहिए।।(१)
बिछ चुकीं ल्हाशें अभी तक अनगिनत,
शांति से ही हल निकलना चाहिए।(२)
लोग उत्पाती हुए हैं बेवजह,
खून का मंजर ये’ थमना चाहिए।(३)
कैक्टस को क्यों लगाते लोग हैं,
फूल से खुश्बू महकना चाहिए ।(४)
जिंदगी है कीमती कहता अटल ,
बात यह सबको समझना चाहिए।(५)