फूलो की सीख !!
ये प्यारे प्यारे रंग बिरंगे जो फूल हैं न!
वो कहते हैं, बहुत कुछ कहते हैं
बुलाते हैं वो अपने पास हमें और
कहते हैं की देखो कभी हमारी दुनिया भी
कितनी खूबसूरत है ये, जानते हो कैसे?
क्योंकि अलग अलग वो स्वाद नहीं
जो नयन रस चखते हो तुम हमको साथ देख
यही सीखो भी तुम हमसे कि
साथ रहोगे तो ही कहलाओगे दुनिया में नेक
हर रंग रूप, धर्म के इंसान जब होंगे एक बस्ती में
तो मिटा न पायेगा कोई तुम्हारी बस्ती सस्ते में!!
©️ रचना ‘मोहिनी’