फूलों से मुस्काना सीखो
फूलों से मुस्काना सीखो
तितली का मंडराना सीखो
फूलों का रस ले लेकर
तितली का जाना सीखो
कभी कलियों से प्यार
कभी फूलों से हंसना सीखो
रात दिनों में खुशी से
फूलों का डुलना सीखो
रंगों के मेलों से भरकर
तितली का बैठना सीखो।
वातावरण सृजन हो जाए
उनसे तुम ऐसा करना सीखो।
तितली की सुंदरता को देख
फूलों का रसपान करना सीखो।
फूल और तितली ऐसे बनें
बंधन उनसे जुड़ना सीखो।
वातावरण का सजृन करने को
फूलों को लगाना सीखो।
विभिन्न समस्या में फंसे मानव को
फिर से मुस्काना सीखो
‘अंजुम’ परंपराओं के जग में
फिर से हिलना मिलना सीखो
नाम-मनमोहन लाल गुप्ता
मोबाइल-9927140483