Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2023 · 1 min read

मैं और मेरी फितरत

रही फितरत हमारी ये कि,मैं चुपचाप रहती हूँ।
दिया जो ज़िन्दगी हँसकर,सितम संताप सहती हूँ।

पचा लेती ज़हर सारे,सुधा में ढाल देती हूँ।
अँधेरा हो जहाँ दीपक,जतन से डाल देती हूँ।

झुका कर सर हमेशा से, बड़ों का मान रखती हूँ।
नहीं तकलीफ़ हो उनको,हमेशा ध्यान रखती हूँ।

किया जब चोट अपनों ने,हँसी में टाल देती हूँ।
अखरती बात है उनकी,मगर जल डाल देती हूँ।

सरलता सादगी मन में,सतत संतोष रखती हूँ।
रहे सुख चैन से परिजन,खुला हर कोष रखती हूँ।

निभाये दुश्मनी कोई,उचित व्यवहार करती हूँ।
सुखद जीवन रहे सबका,जतन हर बार करती हूँ।

मनुजता भाव मुझ में हो,विनय हर बार करती हूँ।
दिया जो ज़िन्दगी रब ने,सदा आभार करती हूँ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

10 Likes · 12 Comments · 230 Views
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
Lokesh Sharma
सही दिशा में
सही दिशा में
Ratan Kirtaniya
बेफिक्री
बेफिक्री
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
!!भोर का जागरण!!
!!भोर का जागरण!!
जय लगन कुमार हैप्पी
हरी दरस को प्यासे हैं नयन...
हरी दरस को प्यासे हैं नयन...
Jyoti Khari
ये दुनिया है साहब यहां सब धन,दौलत,पैसा, पावर,पोजीशन देखते है
ये दुनिया है साहब यहां सब धन,दौलत,पैसा, पावर,पोजीशन देखते है
Ranjeet kumar patre
वो गलियाँ मंदर मुझे याद है।
वो गलियाँ मंदर मुझे याद है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बेटा राजदुलारा होता है?
बेटा राजदुलारा होता है?
Rekha khichi
सुरक्षा
सुरक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बदली बदली सी फिज़ा रुख है,
बदली बदली सी फिज़ा रुख है,
goutam shaw
माता - पिता
माता - पिता
Umender kumar
"यादों के स्पर्श"
Dr. Kishan tandon kranti
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
तुम्हारी याद आती है मुझे दिन रात आती है
तुम्हारी याद आती है मुझे दिन रात आती है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
*SPLIT VISION*
*SPLIT VISION*
Poonam Matia
समय/काल
समय/काल
लक्ष्मी सिंह
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
Dr Mukesh 'Aseemit'
भारत का कण–कण
भारत का कण–कण
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
Rajendra Kushwaha
आज का दौर
आज का दौर
Shyam Sundar Subramanian
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
Shweta Soni
*रखिए जीवन में सदा, उजला मन का भाव (कुंडलिया)*
*रखिए जीवन में सदा, उजला मन का भाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
माँ का प्यार
माँ का प्यार
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
हरी भरी थी जो शाखें दरख्त की
हरी भरी थी जो शाखें दरख्त की
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
प्रकृति कि  प्रक्रिया
प्रकृति कि प्रक्रिया
Rituraj shivem verma
बारिश पुकार कर, कहती है यार से,,
बारिश पुकार कर, कहती है यार से,,
Neelofar Khan
परेशां सोच से
परेशां सोच से
Dr fauzia Naseem shad
ताउम्र जलता रहा मैं तिरे वफ़ाओं के चराग़ में,
ताउम्र जलता रहा मैं तिरे वफ़ाओं के चराग़ में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रेरणा गीत
प्रेरणा गीत
अनिल कुमार निश्छल
Loading...