फादर्स डे ( Father’s Day )
अपने हर साँस के क़र्ज़दार हैं हम
हरदम – हर दम में तुम हो
हर ख़ुशी हर ग़म में तुम हो
हर एक पल तुम्हारे साथ का एहसास है
मेरे सर पर तुम्हारे हाथ का एहसास है
हमारे लिये तो हर शब्द बेमानी है
के जननी तुम होती या जनक तुम होते
तो हम बता पाते
कि तुम कितने याद आते हो
जब हर एक पल तुम्हारे साथ का एहसास है
मेरे सर पर तुम्हारे हाथ का एहसास है