” फ़ौजी”
” फ़ौजी”
फ़ौज में जाना, आसान नहीं होता है,
ये सबके बस की, बात नहीं होता है।
घर परिवार छोड़कर ,देश सेवा में लग जाते है ।
ये फौजी केवल ,नाम के नही होते है ।
सर कफन पर बांध के निकलते है,
दुश्मनों को धूल चटा के, वापस लौटते है।
ये मेरे सच्चे वीर सपूत है ,
जो अपनी परवाह नहीं ,पूरे देश की परवाह करते है ।
ऐसे वीर सपूत , पर हमे गर्व है ।
……….,✍️ योगेन्द्र चतुर्वेदी