फ़र्ज़ पर अधिकार तेरा,
फ़र्ज़ पर अधिकार तेरा,
है नतीजा रब के पास।
वो करेगा काम अपना,
तू बस अपना काम कर।
हो गरीबी या रईसी,
शुक्र कर हर हाल में।
है नशीबों की फ़सल ये,
बोया जो पाया वही।
सतीश सृजन, लखनऊ.
फ़र्ज़ पर अधिकार तेरा,
है नतीजा रब के पास।
वो करेगा काम अपना,
तू बस अपना काम कर।
हो गरीबी या रईसी,
शुक्र कर हर हाल में।
है नशीबों की फ़सल ये,
बोया जो पाया वही।
सतीश सृजन, लखनऊ.