फलक पर चाँद आया है….
1222 1222 1222 1222
फलक पर चाँद आया है, सितारे साथ लाया है।
धरा मदहोश तकती है, निखर अब नूर आया है।
झुका नजरें लजाती है, मधुर सपने सजाती है।
तपी दिनभर विरह में थी,मिलन का वक्त आया है।
— © सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
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फलक पर चाँद आया है, सितारे साथ लाया है।
धरा मदहोश तकती है, निखर अब नूर आया है।
झुका नजरें लजाती है, मधुर सपने सजाती है।
तपी दिनभर विरह में थी,मिलन का वक्त आया है।
— © सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद