प्यार खुदा की कीमती नेमत है दोस्त
प्यार खुदा की कीमती नेमत है दोस्त
इसे सरे राह शय में शुमार मत करना
परवरिश ए मां बाप ही है तेरा ये वजूद
अपने से दूर गैरों के हवाले मत करना
जो गम़ ले ले गम़ दे दे वो रिश्ता बने
लालच की खातिर बे तासीर मत करना
जज्बा़तों से मकान नहीं घर बना करते
महल की खातिर बे आबरू मत करना
बचपन के अहसासों से बना है ये प्यार
हमारे प्यार को तुम शर्मसार मत करना
लक्ष्मण सिंह
जयुपर