प्रेरणा
प्रेरणा
जीवन है
प्रेरणा का
खजाना
बचपन में
माँ की प्रेरणा
चलना सिखाया
बोलना सिखाया
हाथ पकड़
संभलना सिखाया
किशोरावस्था में
पिता की प्रेरणा
पढना
बढ़ना
कमाना सिखाया
प्रेमिका बन पत्नी
बनी जवानी में प्रेरणा
प्यार
समर्पण
साथ जीना
साथ सुख दुःख में
जीना सिखाया
बुढापा बनी
नाती पोतों को
ऊँगली बन
आगे बढने की
प्रेरणा
प्रेरणा जीवन की
धूरी है
प्रेरणा जीवन की
पून्जी है
जितना संघर्षशील बनेंगे
प्रेरणा उतनी
मार्गदर्शक बनेगी
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल