प्रेरणा
मेरी प्रेरणा हैं आप …
हां ….मां – पापा
मैं थी एक कोरा कागज ,
उस पर लिखी हर बात हो आप ….
हां ……मेरे हमसफ़र ,
मेरी प्रेरणा हो आप ….
मैं थी एक बेरंग तस्वीर ,
उसमें भरा हर रंग हो आप….
भाई – बहन मेरे अनमोल ,
मेरी प्रेरणा हो तुम ……
मैं थी एक बहता झड़ना ,
उस में समाई हर बूंद हो तुम …..
हां ….मेरे प्यारे बच्चों ,
मेरी प्रेरणा हो तुम ……
मैं हूं एक निर्मल छाया ,
उस छाया के विशाल पेड़ हो तुम…..
मित्र मेरे सबसे प्यारे ,
मेरी प्रेरणा हो तुम ……..
मैं हूं एक स्थिर वस्तु ,
उसको चलायमान करते हो तुम ,
मेरे चेहरे की हंसी हो तुम ……..
जादूगर …….मेरी कल्पना हो तुम ,
हां मेरी प्रेरणा हो तुम……..
मैं हूं एक खूबसूरत उपवन ,
उस उपवन में खिला हर फूल हो तुम ,
मेरी दुनिया , मेरी ताकत , मेरे सारे जज्बात हो तुम ,
हां …….मेरी प्रेरणा हो तुम ,
मेरी प्रेरणा हो तुम ………..