प्रेरणा भाग-1 (भारत के एक महाकवि विधापति जो मेरे सपने आये और मुझे क्या कहा मैने कविता माध्यम से मै आपको कहता हू जो ( विधापति सपना और मै) कविता का पहिला भाग है/)
आज भी मुझे याद आता है
उन्होंने आखिर किस करना
मुझे जगया होगा ?
एक विश्वास है
अपनी संकल्प यात्रा
साथ ही मुझे अपने
किस कारण बढ़ाया होगा ?
कुरुतियों से भरा समाज
एक पंचदेव उपासक और अनुरागी
अपनी सहज रचनाओं को
किस कारण रचा होगा ?
यह जो उत्सुकता है
सपना और कल्पना है हमारी
अब हकीकत मे बदल गई
श्रीहर्ष कुछ कर्तव्य हमारा भी होगा ?
मौलिक एवं स्वरचित
© श्रीहर्ष आचार्य