प्रेरणा स्रोत
फूलों से मुस्कुराना सीखो ।
और कलियों से लहराना ।
चिड़ियों से खुशी से चहकना सीखो।
झरनों से खिलखिलाना।
हाथी से गंभीरता सीखो।
और चींटी से परिश्रम करना।
कोयल से गाना सीखो।
बुलबुल से गुनगुनाना ।
शहद की मक्खी से संचय करना सीखो।
और कुत्ते से वफादारी ।
घोड़े से शूरता सीखो।
सीखो सागर से समाहित करने की प्रृवत्ति
पर्वतों से अटलता सीखो
नदियों से समग्रता।
पेड़ों से सीखो संस्कार आश्रय का
और राहों से सतत् अग्रसर रहना।
फसलों से जीवन देना सीखो ।
लो वात्सल्य की शिक्षा पशुओं से
लो शिक्षा बलिदान की रेशमी कीड़ों से ।
कर ओतप्रोत् जनमानस को प्रृकृति प्रेरणा से
सृजन करो नवसृष्टी।