Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2021 · 1 min read

प्रेम

प्रेम…..

ना अल्फ़ाज़ों का मोहताज
ना खामोशी का ग़ुलाम
गुफ़्तगू से परे है प्रेम ।

ना तारीख़ों का गुलदस्ता
ना तोहफ़े का फूल
यादों का खूबसूरत बाग़ीचा है प्रेम ।

ना मंज़िल है
ना रास्ता है
खुद ही खुद का हमसफ़र है प्रेम ।

ना तुझ मे है
ना मुझ मे है
हम में सिमटा सा है प्रेम ।

ना इजहार – ए – इश्क़
ना इंतज़ार – ए – मोहब्बत
जज़्बातों का समंदर है प्रेम ।

ना वादों की ज़रूरत
ना शर्तों की माँग
निभा सको जो रिश्ता उम्र भर वो है प्रेम ।

ना किस्मत है
ना भाग्यरेखा है
कर्मों में छिपा है प्रेम ।

ना आरम्भ है
ना अंत है
अंतर्मन का अनंत भाव है प्रेम ।

ना अधूरा सा है
ना टूटा सा है
कल भी पूरा था आज भी पूरा है प्रेम ।

10 Likes · 47 Comments · 463 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Roopali Sharma
View all
You may also like:
🚩वैराग्य
🚩वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रिहाई - ग़ज़ल
रिहाई - ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मैं एक खिलौना हूं...
मैं एक खिलौना हूं...
Naushaba Suriya
*स्पंदन को वंदन*
*स्पंदन को वंदन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
कवि रमेशराज
सच्चे प्रेम का कोई विकल्प नहीं होता.
सच्चे प्रेम का कोई विकल्प नहीं होता.
शेखर सिंह
न अच्छे बनो न बुरे बनो
न अच्छे बनो न बुरे बनो
Sonam Puneet Dubey
सब गुण संपन्य छी मुदा बहिर बनि अपने तालें नचैत छी  !
सब गुण संपन्य छी मुदा बहिर बनि अपने तालें नचैत छी !
DrLakshman Jha Parimal
अभी-अभी
अभी-अभी
*प्रणय प्रभात*
मैं चाहती हूँ
मैं चाहती हूँ
ruby kumari
अंहकार
अंहकार
Neeraj Agarwal
3276.*पूर्णिका*
3276.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
everyone run , live and associate life with perception that
everyone run , live and associate life with perception that
पूर्वार्थ
रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की
रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की
कवि दीपक बवेजा
राम
राम
Suraj Mehra
शिक्षक हूँ  शिक्षक ही रहूँगा
शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ख्वाबों से निकल कर कहां जाओगे
ख्वाबों से निकल कर कहां जाओगे
VINOD CHAUHAN
सब व्यस्त हैं जानवर और जातिवाद बचाने में
सब व्यस्त हैं जानवर और जातिवाद बचाने में
अर्चना मुकेश मेहता
Jay prakash dewangan
Jay prakash dewangan
Jay Dewangan
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
युवा
युवा
Akshay patel
पिता का यूं चले जाना,
पिता का यूं चले जाना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सेवा-भाव उदार था, विद्यालय का मूल (कुंडलिया)
सेवा-भाव उदार था, विद्यालय का मूल (कुंडलिया)
Ravi Prakash
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
"काल-कोठरी"
Dr. Kishan tandon kranti
कबीरपंथ से कबीर ही गायब / मुसाफ़िर बैठा
कबीरपंथ से कबीर ही गायब / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
गाँव की याद
गाँव की याद
Rajdeep Singh Inda
कंटक जीवन पथ के राही
कंटक जीवन पथ के राही
AJAY AMITABH SUMAN
Loading...