Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2019 · 1 min read

प्रेम

प्रेम दुनिया में सबसे हसीं चीज है
प्रेम अंतस में सबके बसी चीज है
ना ही बंगला न कोठे न कोई भी शय
प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी चीज है

प्रेम में पड़के राधाजी रानी बनीं
प्रेमियों की अमर वो निशानी बनीं
प्रेम ने जाने कितनों को जीवन दिया
प्रेम ही था कि मीरा दीवानी बनी

इससे बढ़के न तीरथ है दूजा सुनो
प्रेम ही है दीवानों की पूजा सुनो
और भी हैं बहुत सारे भाव यहां
प्रेम सा ना हुआ कुछ न होगा सुनो

प्रेम छाया है ठंडी खिली धूप है
प्रेम ही भावनाओं का स्वरुप है
प्रेम से ही चली है ये दुनिया सदा
प्रेम अल्लाह ईश्वर का ही रुप है

डोर सांसों की एक दरमियाँ डाल दे
सादगी में भी रंगीनियां डाल दे
प्रेम ने ही बनाया है सुंदर ये जग
प्रेम वो है जो पत्थर में जां डाल दे

प्रेम सत्कर्मए सत्संग सद्भाव है
प्रेम के इस जहाँ में कई भाव हैं
प्रेम माता पिता प्रेम भाई बहन
प्रेम हर एक रिश्ते का प्रभाव है

विक्रम कुमार
मनोरा वैशाली

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 206 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

पहचान
पहचान
surenderpal vaidya
बाल कविता: हाथी की दावत
बाल कविता: हाथी की दावत
Rajesh Kumar Arjun
रतन टाटा जी की बात थी खास
रतन टाटा जी की बात थी खास
Buddha Prakash
जिंदा रहना सीख लिया है
जिंदा रहना सीख लिया है
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
8) वो मैं ही थी....
8) वो मैं ही थी....
नेहा शर्मा 'नेह'
चांद कहानी
चांद कहानी
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
" बेताबी "
Dr. Kishan tandon kranti
ख़ुद के लिए लड़ना चाहते हैं
ख़ुद के लिए लड़ना चाहते हैं
Sonam Puneet Dubey
हिन्दुत्व, एक सिंहावलोकन
हिन्दुत्व, एक सिंहावलोकन
मनोज कर्ण
श्रमिक
श्रमिक
Dr. Bharati Varma Bourai
जाने के बाद .....लघु रचना
जाने के बाद .....लघु रचना
sushil sarna
यही जीवन है ।
यही जीवन है ।
Rohit yadav
" स्वर्ग में पत्रकारों की सभा "
DrLakshman Jha Parimal
मौत बाटे अटल
मौत बाटे अटल
आकाश महेशपुरी
होश संभालता अकेला प्राण
होश संभालता अकेला प्राण
©️ दामिनी नारायण सिंह
चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
Author Dr. Neeru Mohan
कितना दर्द सिमट कर।
कितना दर्द सिमट कर।
Taj Mohammad
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
Rituraj shivem verma
"मधुमास बसंत"
राकेश चौरसिया
गर छोटा हो तुम छोटा
गर छोटा हो तुम छोटा
AJAY AMITABH SUMAN
अंतर्मन
अंतर्मन
गौरव बाबा
शोषण खुलकर हो रहा, ठेकेदार के अधीन।
शोषण खुलकर हो रहा, ठेकेदार के अधीन।
Anil chobisa
सकारात्मकता
सकारात्मकता
Sangeeta Beniwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Anjana Savi
जीवन नैया
जीवन नैया
शशि कांत श्रीवास्तव
वक्त (प्रेरणादायक कविता):- सलमान सूर्य
वक्त (प्रेरणादायक कविता):- सलमान सूर्य
Salman Surya
आओ बैठें कुछ बात करें
आओ बैठें कुछ बात करें
Meera Thakur
तुममें मैं कहाँ हूँ ?
तुममें मैं कहाँ हूँ ?
Saraswati Bajpai
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
singh kunwar sarvendra vikram
गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...