प्रेम
रेत सी बंज़र ज़मीं पर,प्रेम का पौधा कहो कैसे लगाऊँ
ढूँढूँ कहाँ मैं उर्वरा,जो नेह को भाये सदा।
संबंध के झन-झन झिंगोले ने
मस्तिष्क में तूफ़ान सा पैदा किया है।
अब कहो किस और जाकर नेह का दीपक जलाऊँ
रेत सी बंज़र ज़मीं पर प्रेम का पौधा कहो कैसे लगाऊँ?