प्रेम में मिलन
प्रेम में मन मिले, तन मिले न मिले,
मन मगन हो झूमेगा घड़ी हर घड़ी।
साथ दिल का मिले गर भरी ज़िन्दगी,
धड़कनें गुनगुनाएँ घड़ी दर घड़ी।
फूल के पराग से खुशबुएँ जग उठीं,
प्राण फुल्लित हों जिनसे घड़ी दर घड़ी।
प्रेम में मन मिले, तन मिले न मिले,
मन मगन हो झूमेगा घड़ी हर घड़ी।
साथ दिल का मिले गर भरी ज़िन्दगी,
धड़कनें गुनगुनाएँ घड़ी दर घड़ी।
फूल के पराग से खुशबुएँ जग उठीं,
प्राण फुल्लित हों जिनसे घड़ी दर घड़ी।