“प्रेम : दोधारी तलवार”
“प्रेम : दोधारी तलवार”
प्रेम एक दोधारी तलवार की तरह है, जिसे सीखना और चलाना आसान काम नहीं। जिसप्रकार विशाल जलराशि को समेटने के लिए सागर की गहराई आवश्यक है, उसी तरह गहरी भावनाओं वाले इंसान के हृदय में ही प्रेम टिकता है।
“प्रेम : दोधारी तलवार”
प्रेम एक दोधारी तलवार की तरह है, जिसे सीखना और चलाना आसान काम नहीं। जिसप्रकार विशाल जलराशि को समेटने के लिए सागर की गहराई आवश्यक है, उसी तरह गहरी भावनाओं वाले इंसान के हृदय में ही प्रेम टिकता है।