Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2022 · 1 min read

प्रीत

आत्मीय प्रेम मे अभिव्यक्ति की आजादी नहीं होती
खोने का डर सतता है पाने की चाहत नहीं होती
वो सामने आ जायें तो जुबां सिल सी जाती है
नजरें घबराहट मे छुपने का ठिकाना तलाश करती हैं
धड़कने सासों से मिल जुगलबंदी सी करने लगती हैं
दिल मे सितार के संग बांसुरी बजने लगती है
सर से लेकर पाँव तक भीगा तन-बदन हो जाता है
ओस मे भीगे कंवल सा मन तर-बतर हो जाता है
यही वो प्रीत है जिसमे मीरा के गीत बसते हैं
यही वो प्रीत है जिसमे राधा के मीत बसते हैं
दौर बदले के जमाना ये मेयार तंग नहीं होगा
ये प्रीत का मेयार है ये मेयार कम नहीं होगा
M.Tiwari”Ayen”

Language: Hindi
561 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Tiwari 'Ayan'
View all
You may also like:
मेरा हाथ
मेरा हाथ
Dr.Priya Soni Khare
जिन स्वप्नों में जीना चाही
जिन स्वप्नों में जीना चाही
Indu Singh
रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है ..
रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है ..
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Stay grounded
Stay grounded
Bidyadhar Mantry
भगवन तेरे द्वार पर, देखे अगणित रूप
भगवन तेरे द्वार पर, देखे अगणित रूप
Suryakant Dwivedi
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
VINOD CHAUHAN
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
Chaahat
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Really true nature and Cloud.
Really true nature and Cloud.
Neeraj Agarwal
हर खुशी
हर खुशी
Dr fauzia Naseem shad
ध्येय बिन कोई मंज़िल को पाता नहीं
ध्येय बिन कोई मंज़िल को पाता नहीं
Dr Archana Gupta
प्यासा_कबूतर
प्यासा_कबूतर
Shakil Alam
ना समझ आया
ना समझ आया
Dinesh Kumar Gangwar
मैं नारी हूँ
मैं नारी हूँ
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
आए हैं रामजी
आए हैं रामजी
SURYA PRAKASH SHARMA
कहते है चेहरे में मुस्कान ,
कहते है चेहरे में मुस्कान ,
Yogendra Chaturwedi
3788.💐 *पूर्णिका* 💐
3788.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़म
ग़म
shabina. Naaz
ग़ज़ल (गुलों से ले आना महक तुम चुरा कर
ग़ज़ल (गुलों से ले आना महक तुम चुरा कर
डॉक्टर रागिनी
चुनौति हमेशा बड़ा लेना चाहिए,
चुनौति हमेशा बड़ा लेना चाहिए,
Ranjeet kumar patre
भारत के
भारत के
Pratibha Pandey
"बँटवारा"
Dr. Kishan tandon kranti
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
Ravi Prakash
ये  दुनियाँ है  बाबुल का घर
ये दुनियाँ है बाबुल का घर
Sushmita Singh
#ज़मीनी_सच
#ज़मीनी_सच
*प्रणय*
सारे शारीरिक सुख को त्याग कर मन को एकाग्र कर जो अपने लक्ष्य
सारे शारीरिक सुख को त्याग कर मन को एकाग्र कर जो अपने लक्ष्य
Rj Anand Prajapati
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
सुख दुख जीवन का संगम हैं
सुख दुख जीवन का संगम हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
मस्ती का त्योहार है होली
मस्ती का त्योहार है होली
कवि रमेशराज
Loading...