प्रीत रीत में मदमस्त, लिए मस्त रस रंग l
प्रीत रीत में मदमस्त, लिए मस्त रस रंग l
तंग दंग रचके करें, हुदंग और हुदंग ll
प्रकृती ध्वनी है मधुर, सुनले सुनले कान l
न्यारी ध्वनी सहज सुन, क्यों ना मधुर जुबान ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न
प्रीत रीत में मदमस्त, लिए मस्त रस रंग l
तंग दंग रचके करें, हुदंग और हुदंग ll
प्रकृती ध्वनी है मधुर, सुनले सुनले कान l
न्यारी ध्वनी सहज सुन, क्यों ना मधुर जुबान ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न