प्रिय ! तुम्हारी याद में
क्या लिखूं, कैसे लिखूं,
कैसा हमारा , हाल है ?
प्रिय! तुम्हारी याद में ,
यह मन बड़ा बेहाल हैं ।
जाने क्या घटना घटी,
यह मन तुम्हारे सँग गया,
मनरूप तोता उड़ चला ,
रंग में तुम्हारे रँग गया,
भाग्य-रेखा ही ऐसा ,
जो लिखा था मिट गया,
चाहता हूं गीत लिखना व गाना पर प्रिये,
अब न कोई गीत होटों पर,
न कोई ताल हैं,
प्रिय! तुम्हारी याद में,
यह मन बड़ा बेहाल हैं…