//…प्रियतम …//
//… प्रियतम …//
चाहत भरी मुस्कान ,
होठों पर सजाकर ,
वफा की महक ,
सांसो में बसा कर ,
बस जाए ,
मेरी भावनाओं में ,
कोई प्रियतम
तन्हा है यहां ,
मेरा मन का मौसम…!
चिन्ता नेताम “मन”
डोंगरगांव (छ. ग.)
//… प्रियतम …//
चाहत भरी मुस्कान ,
होठों पर सजाकर ,
वफा की महक ,
सांसो में बसा कर ,
बस जाए ,
मेरी भावनाओं में ,
कोई प्रियतम
तन्हा है यहां ,
मेरा मन का मौसम…!
चिन्ता नेताम “मन”
डोंगरगांव (छ. ग.)