प्रार्थना
प्रार्थना करूँ पुकार, शब्द ज्ञान दो अपार।
नित्य हों नए विचार, देवी माता शारदे।।
कण्ठ से झरें सुगीत, भावना रहे पुनीत।
लेखनी रहे सजीव, काव्य को सँवार दे ।।
भावपुष्प ले के हाथ, याचना करूँ मैं मात।
अंधकार से उबार, ज्ञानज्योति वार दे।।
राष्ट्रभाव हो पवित्र, लोभ क्रोध हों अमित्र।
हंसवाहिनी पवित्र, चेतना पसार दे।।