प्रार्थना
ऐ मेरे मालिक थोड़ा सा रहम कर ,
थोड़ी समझदारी हम दिखाए ,
थोड़ा सा कहर तू कम कर।
ना यू लोगो के घर वीरान हो,
ना चारो ओर ये मौत का नाच हो,
इतनी तो दुआ कबूल कर।
दूर रहकर सबकी जान बचाये,
इस मुश्किल घड़ी में ,सबका साथ निभाये,
ना टूटे हौसला मन का ,
इतनी तो हम पर अपनी, कृपा नज़र कर