*प्राणायाम (कुंडलिया)*
प्राणायाम (कुंडलिया)
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भरता जीवन-शक्ति है, भीतर प्राणायाम
दिनचर्या वह ही मधुर, रहित लोभ मद काम
रहित लोभ मद काम, ध्यान से ईश्वर मिलता
शुभ सहस्त्र दल पुष्प, शुद्ध मानस में खिलता
कहते रवि कविराय, योग जो प्रतिदिन करता
चेतन दिव्य प्रकाश, ईश उस तन में भरता
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रचयिता:रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उ. प्र.)
मोबाइल 99976 75451