प्राकृतिक जब ठहर जाती है।
प्राकृतिक जब ठहर जाती है।
आपदाओं के मंजर से पूरा दुनिया कहर जाती है।
प्राकृतिक संरक्षण में ही मानव सभ्यता का संरक्षण है।
RJ Anand Prajapati
प्राकृतिक जब ठहर जाती है।
आपदाओं के मंजर से पूरा दुनिया कहर जाती है।
प्राकृतिक संरक्षण में ही मानव सभ्यता का संरक्षण है।
RJ Anand Prajapati