🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
वह कहते हैं, बच कर रहिए नज़र लग जाएगी,
ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
समय का सिक्का - हेड और टेल की कहानी है
महकती नहीं आजकल गुलाबों की कालिया
दौरे-शुकूँ फिर से आज दिल जला गया
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
बिन तिरे इक कमी रही बरसों - संदीप ठाकुर