प्रश्न खुदा का
कब कहां था हमने,
आप ग़लत हम सही,
कब कर रहे थे आप
काम सही,
जो बाधा बने हम
उस कार्य में,
कब रुठे थे हम,
जो आप आये थे मनाने,
कब खङे थे आप
इन्तजार में मेरे,
जो आये नहीं हम
आपके बुलाने पर,
कब किया था सवाल मुझसे,
जो उत्तर नही हमने,
अब
कर रहा हूं प्रश्न में,
स्टीक उत्तर दे मुझे,
कब निमंत्रण दिया आपने,
जो हम रहे गेरहाजीर
बताऔ “मानव”
क्या बुलाया था तुमने कभी??
“नहीं”
फिर क्यो लगाते हो आरोप झूठा????
कि आते नहीं भगवान,