Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jun 2024 · 2 min read

“प्रश्नों के बाण”

डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
============
हमारी जिज्ञासा की यात्रा सदेव आवाध गति से जीवन पर्यंत तक चलती रहती है ! इन्हीं जिज्ञासाओं के बल पर हमें अनुभवों का बरदान मिल जाता है और आने वाली पीढ़ियों को अपना गुरु !….. बच्चे विभिन्य अवस्थाओं में अपने ज्ञान का शब्द कोष ….,अच्छी बातें …..,सांसारिक गति विधियाँ…. और अनगिनत जिज्ञासाओं को अपने अग्रजों से अर्जित करने लगते है ! बच्चों की जिज्ञासा ‘ ..चाँद क्या है …?….सितारे क्या हैं …?…..आकाश और जमीन बनी कैसे ..?… ?…पहाड़ ,झरना ,सागर इत्यादि को जानने की ललक उनमें रहती हैं ! ….और हम अपने अनुभवों का पिटारा खोलने में गर्व करते हैं …आखिर इन्हें ज्ञान जो देना है ! …..कुछ ऐसे भी प्राणी हम लोगों को मिल जाते हैं जिनके पास अनुभवों का खजाना भरा पड़ा होता है …वह तमाम अवस्थाओं की सीढियों को लाँघ चूका है …फिर भी लोगों से पूछता फिरता है ..” यह कैसे हो सकता है ?..जरा खुलकर बतायें..”….इत्यादि..इत्यादि !.. .इस तरह के अधिकांश व्यक्तिओं का विश्लेषण करना चाहेंगे तो प्रायः -प्रायः एक सामान्य चारित्रिक व्यक्तित्व का स्वरुप उजागर होगा ! हमें इनके पास ना कोई तर्क संगत विचार ही मिलेंगे ना उनमें उल्लेख करने की क्षमता ही पायी जाएगी !…हमको ये द्रिग्भ्रमित भी करना चाहते हैं !…..यदि हो ना हो उनकी जिज्ञासा यथार्त हो ..तो विनम्रता तो रहनी चाहिए …आपके शब्द ,आपके व्याक्य और आपकी भंगिमा ही बता देगी कि आप आबोध बालक की भांति पूछ रहे हैं कि भगोड़े व्यक्तित्व की परिभाषा गढ़ रहे हैं …….?……अब बात उनकी भी हो जाय ..जिन्होंने सम्पूर्ण जीवन अपने अनुभवों की धुनी रमाते हुए ..ना जाने कितने वर्षों से तपस्या में तल्लीन हैं !…. उनके मार्ग दर्शनों से हम अनुभवों के उच्चतम शिखर पर पहुँच सकते हैं ..पर कुछ लोग अपनी विचारधाराओं को कैद करके लोगों के सामने प्रश्नों की झड़ी लगा देते हैं !….बार -बार लोगों से प्रश्न करते हैं !…….आप अपने विचारों और तर्कों से हमें अनुगृहित करे !….हम आपसे कुछ सीखना चाहते …!..प्रश्नों के बाण कभी कभी ह्रदय को वेधने लगते हैं !
=======================================
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
डॉक्टर’स लेन
दुमका
झारखंड
भारत

Language: Hindi
Tag: लेख
70 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
पागल।। गीत
पागल।। गीत
Shiva Awasthi
*रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,*
*रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,*
शेखर सिंह
भाल हो
भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
Dr fauzia Naseem shad
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुझसे देखी न गई तकलीफ़,
मुझसे देखी न गई तकलीफ़,
पूर्वार्थ
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
Ranjeet kumar patre
रास्तो के पार जाना है
रास्तो के पार जाना है
Vaishaligoel
3631.💐 *पूर्णिका* 💐
3631.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
Shweta Soni
आंखों से अश्क बह चले
आंखों से अश्क बह चले
Shivkumar Bilagrami
पैसे कमाने के लिए लोग नीचे तक गिर जाते हैं,
पैसे कमाने के लिए लोग नीचे तक गिर जाते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
Raju Gajbhiye
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"" *हे अनंत रूप श्रीकृष्ण* ""
सुनीलानंद महंत
टूटे ना नेहिया की तार
टूटे ना नेहिया की तार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
लौट कर आने की अब होगी बात नहीं।
लौट कर आने की अब होगी बात नहीं।
Manisha Manjari
त्वमेव जयते
त्वमेव जयते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
DrLakshman Jha Parimal
#सीधी_बात 👍
#सीधी_बात 👍
*प्रणय*
5. इंद्रधनुष
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
"यही जीवन है"
Dr. Kishan tandon kranti
21 उम्र ढ़ल गई
21 उम्र ढ़ल गई
Dr .Shweta sood 'Madhu'
रिमझिम रिमझिम बारिश में .....
रिमझिम रिमझिम बारिश में .....
sushil sarna
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कुछ खास दिलों को
कुछ खास दिलों को
shabina. Naaz
*सखावत हुसैन खान का गजल गायन: एक अनुभूति*
*सखावत हुसैन खान का गजल गायन: एक अनुभूति*
Ravi Prakash
अलगाव
अलगाव
अखिलेश 'अखिल'
Loading...