जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
सुना है नींदे चुराते हैं ख्वाब में आकर।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
न ढूंढ़ मेरा किरदार दुनियां की भीड़ में..
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
sp ,,95अब कोई आवेश नहीं है / यह तो संभव नहीं
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,