प्रभु स्तुति
प्रभु स्तुति
हे सुख कर्ता, दुःख के हर्ता, हे शिव नंदन आ जाओ।
हे धनु धारी , अवध बिहारी , हे रघु नंदन आ जाओ।।
नाग_ नाथैया_बंसी बजैया_गौ के _चरैया आ जाओ।
हे_ बजरंगी_ महावली_ प्रभु _कष्ट हरैया आ जाओ।।
हे कैलाशी घट घट बासी शिव अविनाशी आ जाओ।
कोरोना अब तांडव करता आकर प्राण बचा जाओ।।
सत_त्रैता_द्वापर_में आए_ कलयुग में प्रभु आ जाओ।
आकर सबके_प्राण_ बचलो हमको धीर बंधा जाओ।।
अम्बे_काली_खप्पर_ वाली_ मां_ कंकाली आ जाओ।
मात_नमामि_ रेवा_ मैया_मां_जग_तारन आ जाओ।।
फटे कलेजा अब”कृष्णा”का आकर जान बचा जाओ।
कोरोना_अब_ तांडव करता आकर प्राण बचा जाओ।।
कृष्णकांत गुर्जर धनोरा गाडरवारा 7805060303