प्रभु वंदना
श्रीराम कहो सुखधाम कहो दशरथनंदन भगवान कहो
कौशल्यासुत की जय बोलो रघुनंदन सीताराम कहो
केशव बोलो श्रीकृष्ण कहो राधाबल्लभ की जय बोलो
लक्ष्मीपति नारायण बोलो और करुणासिंधु प्रणाम कहो
जै सुखसागर जै कमलनयन जै सीतापति जै दयासिंधु
सब मिलकर क्षीरसिंधुवासी श्री को प्रणाम अविराम कहो
़़़़़़ अशोक मिश्र