Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए

प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए
मन की बात प्रभु से कहिए
ओम् नाम भी जपते रहिए

Language: Hindi
104 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओमप्रकाश भारती *ओम्*
View all
You may also like:
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
3672.💐 *पूर्णिका* 💐
3672.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अनोखा बंधन...... एक सोच
अनोखा बंधन...... एक सोच
Neeraj Agarwal
!! वह कौन थी !!
!! वह कौन थी !!
जय लगन कुमार हैप्पी
शीर्षक:
शीर्षक:"बहन मैं उसे
Harminder Kaur
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
Ravi Prakash
श्रमिक दिवस
श्रमिक दिवस
Bodhisatva kastooriya
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
gurudeenverma198
बड़ी सादगी से सच को झूठ,
बड़ी सादगी से सच को झूठ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मतलबी
मतलबी
Shyam Sundar Subramanian
समय ⏳🕛⏱️
समय ⏳🕛⏱️
डॉ० रोहित कौशिक
सौंदर्य मां वसुधा की🙏
सौंदर्य मां वसुधा की🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
खाक मुझको भी होना है
खाक मुझको भी होना है
VINOD CHAUHAN
"सूत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
“बधाई और शुभकामना”
“बधाई और शुभकामना”
DrLakshman Jha Parimal
हम  चिरागों  को  साथ  रखते  हैं ,
हम चिरागों को साथ रखते हैं ,
Neelofar Khan
"बचपन याद आ रहा"
Sandeep Kumar
Friendship day
Friendship day
Neeraj kumar Soni
छल करने की हुनर उनमें इस कदर थी ,
छल करने की हुनर उनमें इस कदर थी ,
Yogendra Chaturwedi
मैं अपने आप को समझा न पाया
मैं अपने आप को समझा न पाया
Manoj Mahato
कुछ बातों का ना होना अच्छा,
कुछ बातों का ना होना अच्छा,
Ragini Kumari
The Unseen Dawn: A Tribute to Subhas Chandra Bose
The Unseen Dawn: A Tribute to Subhas Chandra Bose
Mahesh Ojha
मिल  गई मंजिल मुझे जो आप मुझको मिल गए
मिल गई मंजिल मुझे जो आप मुझको मिल गए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मौत बेख़ौफ़
मौत बेख़ौफ़
Dr fauzia Naseem shad
हर प्रेम कहानी का यही अंत होता है,
हर प्रेम कहानी का यही अंत होता है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ये करुणा भी कितनी प्रणय है....!
ये करुणा भी कितनी प्रणय है....!
singh kunwar sarvendra vikram
पिता
पिता
Dr.Priya Soni Khare
जिंदा मनुख
जिंदा मनुख
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
Phool gufran
I read in a book that there is actually a vitamin that exist
I read in a book that there is actually a vitamin that exist
पूर्वार्थ
Loading...