प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा – भजन
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
त्याग , वासना और दुर्व्यसन , सत्संग धरे मन मेरा
अहंकार से दूर रहूँ मैं , संतोष वरे मन मेरा
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
आत्म साधना पथ पर जाऊं , संयम धरे मन मेरा
पूर्ण वैराग्य धरून जीवन में , भटके न मन मेरा
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
रहन सहन सादा हो जीवन , कोमल हो तन मेरा
मन , शरीर ,वाणी हो पावन , नाम जपे मन तेरा
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
धर्मं राह जीवन अति पावन , कष्ट हरो प्रभु मेरा
जीवों पर प्रीति हो मेरी , अति पावन मन मेरा
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
सच्चा सुख तेरी भक्ति में , सुख पाए मन मेरा
मुक्ति की अभिलाषा हो , मोक्ष मार्ग हो मेरा
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
चीर ह्रदय की दुर्बलताओं को , निर्मल हो मन मेरा
चंचल मन को मुक्ति दे दो , हो जाऊं मैं तेरा
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
तेरी अनुकम्पा हो मुझ पर , धर्म राह चले मन मेरा
अभिनन्दन मैं करूं तुम्हारा , सांझ हो या सवेरा
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
भक्तिमय हो मेरा जीवन , संस्कारों का मेला
मोख्स मार्ग पर ले लो मुझको , उद्धार करो प्रभु मेरा
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा