Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2024 · 1 min read

प्रभु के स्वरूप को आत्मकेंद्रित कर उनसे जुड़ जाने की विधि ही

प्रभु के स्वरूप को आत्मकेंद्रित कर उनसे जुड़ जाने की विधि ही मोक्ष का परम मार्ग है।
RJ Anand Prajapati

28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बंटवारा
बंटवारा
Shriyansh Gupta
जंग अहम की
जंग अहम की
Mamta Singh Devaa
पिता
पिता
Shweta Soni
कल मेरा दोस्त
कल मेरा दोस्त
SHAMA PARVEEN
मैं जिस तरह रहता हूं क्या वो भी रह लेगा
मैं जिस तरह रहता हूं क्या वो भी रह लेगा
Keshav kishor Kumar
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
Rj Anand Prajapati
मनुष्य और प्रकृति
मनुष्य और प्रकृति
Sanjay ' शून्य'
सूर्योदय
सूर्योदय
Madhu Shah
4344.*पूर्णिका*
4344.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
9. पोंथी का मद
9. पोंथी का मद
Rajeev Dutta
बेशक प्यार उनसे बेपनाह था
बेशक प्यार उनसे बेपनाह था
Rituraj shivem verma
"जरा सुनिए तो"
Dr. Kishan tandon kranti
*जिंदगी* की रेस में जो लोग *.....*
*जिंदगी* की रेस में जो लोग *.....*
Vishal Prajapati
Freedom
Freedom
Shyam Sundar Subramanian
😊गर्व की बात😊
😊गर्व की बात😊
*प्रणय*
हर ज़ुबां पर यही ख़बर क्यों है
हर ज़ुबां पर यही ख़बर क्यों है
Dr Archana Gupta
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
Vijay kumar Pandey
बदले में
बदले में
Dr fauzia Naseem shad
All you want is to see me grow
All you want is to see me grow
Ankita Patel
मीर की  ग़ज़ल हूँ  मैं, गालिब की हूँ  बयार भी ,
मीर की ग़ज़ल हूँ मैं, गालिब की हूँ बयार भी ,
Neelofar Khan
" अब कोई नया काम कर लें "
DrLakshman Jha Parimal
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
ख़ुद के लिए लड़ना चाहते हैं
ख़ुद के लिए लड़ना चाहते हैं
Sonam Puneet Dubey
माॅं के पावन कदम
माॅं के पावन कदम
Harminder Kaur
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
नहीं कहीं भी पढ़े लिखे, न व्यवहारिक ज्ञान
नहीं कहीं भी पढ़े लिखे, न व्यवहारिक ज्ञान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*** कभी-कभी.....!!! ***
*** कभी-कभी.....!!! ***
VEDANTA PATEL
अपनी भूल स्वीकार करें वो
अपनी भूल स्वीकार करें वो
gurudeenverma198
सोशल मीडिया में आधी खबरें झूठी है और अखबार में पूरी !!
सोशल मीडिया में आधी खबरें झूठी है और अखबार में पूरी !!
P S Dhami
ये जो मुस्कराहट का,लिबास पहना है मैंने.
ये जो मुस्कराहट का,लिबास पहना है मैंने.
शेखर सिंह
Loading...