Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

प्रतिभाशाली बाल कवयित्री *सुकृति अग्रवाल* को ध्यान लगाते हुए

प्रतिभाशाली बाल कवयित्री सुकृति अग्रवाल को ध्यान लगाते हुए देखा तो हृदय आनंद से भर उठा। एक कुंडलिया शुभकामनाओं सहित प्रस्तुत है :-
🍃🍃🍃🍃🍃🍂🍂🪴🪴
पाते प्रभु को ध्यान में, भीतर से हो मौन (कुंडलिया)
_________________________
पाते प्रभु को ध्यान में, भीतर से हो मौन
जन्म-जन्म के पुण्य से, पता चला मैं कौन
पता चला मैं कौन, परे जब जग से जाते
साधक ध्यान-निमग्न, आत्म का पता लगाते
कहते रवि कविराय, विलक्षण अनुभव आते
शतदल कमल सुषुप्त, जागते खुलते पाते
————————————
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615 451

26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
अतीत कि आवाज
अतीत कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
यादें...
यादें...
Harminder Kaur
बुद्ध की राह में चलने लगे ।
बुद्ध की राह में चलने लगे ।
Buddha Prakash
मैं जो कुछ हूँ, वही कुछ हूँ,जो जाहिर है, वो बातिल है
मैं जो कुछ हूँ, वही कुछ हूँ,जो जाहिर है, वो बातिल है
पूर्वार्थ
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
Rj Anand Prajapati
ख्वाबों के रेल में
ख्वाबों के रेल में
Ritu Verma
*प्रेम कविताएं*
*प्रेम कविताएं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के व्यवस्था-विरोध के गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के व्यवस्था-विरोध के गीत
कवि रमेशराज
सामाजिक रिवाज
सामाजिक रिवाज
अनिल "आदर्श"
👩‍🌾कृषि दिवस👨‍🌾
👩‍🌾कृषि दिवस👨‍🌾
Dr. Vaishali Verma
तन्हाई बिछा के शबिस्तान में
तन्हाई बिछा के शबिस्तान में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
जिनमें कोई बात होती है ना
जिनमें कोई बात होती है ना
Ranjeet kumar patre
*स्वस्थ देह का हमें सदा दो, हे प्रभु जी वरदान (गीत )*
*स्वस्थ देह का हमें सदा दो, हे प्रभु जी वरदान (गीत )*
Ravi Prakash
"गिरना जरूरी है"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा निवेदन
दोहा निवेदन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
जय बोलो मानवता की🙏
जय बोलो मानवता की🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
3178.*पूर्णिका*
3178.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मनुष्य की महत्ता
मनुष्य की महत्ता
ओंकार मिश्र
लगा समंदर में डुबकी मनोयोग से
लगा समंदर में डुबकी मनोयोग से
Anamika Tiwari 'annpurna '
जिंदा है हम
जिंदा है हम
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
Taj Mohammad
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
सत्य कुमार प्रेमी
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
🤔कौन हो तुम.....🤔
🤔कौन हो तुम.....🤔
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
अगणित शौर्य गाथाएं हैं
अगणित शौर्य गाथाएं हैं
Bodhisatva kastooriya
मैंने खुद की सोच में
मैंने खुद की सोच में
Vaishaligoel
झूठ न इतना बोलिए
झूठ न इतना बोलिए
Paras Nath Jha
कदम पीछे हटाना मत
कदम पीछे हटाना मत
surenderpal vaidya
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*प्रणय प्रभात*
Loading...