प्रणय गान …
प्रणय गान …
कौन मेरी हथेलियों पे एक आसमान लिख गया।
स्मृति मेघ की बूंदों में भीगी पहचान लिख गया।
क्षितिज़ चूमते जलधि में,मैं देर तक खोई रही ,
चुपके से कोई अधरों पर प्रणय गान लिख गया।
सुशील सरना
प्रणय गान …
कौन मेरी हथेलियों पे एक आसमान लिख गया।
स्मृति मेघ की बूंदों में भीगी पहचान लिख गया।
क्षितिज़ चूमते जलधि में,मैं देर तक खोई रही ,
चुपके से कोई अधरों पर प्रणय गान लिख गया।
सुशील सरना