Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2022 · 1 min read

प्रणयिनी का वरण ही नहीं हो सका

गीत–

कौमुदी देख मुस्का रही थी हमें,
प्रणयिनी का वरण ही नहीं हो सका।
प्राणपण से निभाया गया प्रेम पर,
उर अनिर्णय क्षरण ही नहीं हो सका।

पुस्तिका पृष्ठ भी तो खुला रह गया,
क्यों बनी छंद वेधित कथा मानवी?।
प्रीत की रीत को भूलती जा रही ,
मौन चितवन बुलाती रही जान्हवी।
शर मदन का लगे उर नहीं हो सका,
प्रणयिनी का मरण ही नहीं हो सका।
प्राणपण से निभाया गया प्रेम पर,
उर अनिर्णय क्षरण ही नहीं हो सका।।१

बढ़ चला आज स्पंदन रुकेगा नहीं,
श्वांस के संग ये भी मिटेगा नहीं।
थाम कर बाँह लो रोकती हूँ सजन,
अभ्र संदेह का अब छँटेगा नहीं ।
आज सत्कार ‘मन’से नहीं हो सका,
प्रणयिनी का शरण ही नहीं हो सका
प्राणपण से निभाया गया प्रेम पर,
उर अनिर्णय क्षरण ही नहीं हो सका।।२

लौ लिए आस की मैं तड़पती रही ,
क्या पता था कि बदली मचलती रही ।
भग्न अंतस लिये देखती ही रही ,
मीन जैसे धरा पर तड़पती रही।
सिंधु -जल से मिलन ही नहीं हो सका,
प्रणयिनी का हरण ही नहीं हो सका।
प्राणपण से निभाया गया प्रेम पर,
उर अनिर्णय क्षरण ही नहीं हो सका।।

मनोरमा जैन पाखी
भिंड ,मध्य प्रदेश

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 2 Comments · 130 Views

You may also like these posts

"मनुष्य की प्रवृत्ति समय के साथ बदलना शुभ संकेत है कि हम इक्
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
"यहाँ चंद लोगों के लिए लिख रहा हूँ मैं ll
पूर्वार्थ
सुबह का नमस्कार ,दोपहर का अभिनंदन ,शाम को जयहिंद और शुभरात्र
सुबह का नमस्कार ,दोपहर का अभिनंदन ,शाम को जयहिंद और शुभरात्र
DrLakshman Jha Parimal
दरख़्त
दरख़्त
Dr.Archannaa Mishraa
అమ్మా దుర్గా
అమ్మా దుర్గా
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
ऐसी दौलत और शोहरत मुझे मुकम्मल हो जाए,
ऐसी दौलत और शोहरत मुझे मुकम्मल हो जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*टूटे दिल को दवा दीजिए*
*टूटे दिल को दवा दीजिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"छछून्दर"
Dr. Kishan tandon kranti
It All Starts With A SMILE
It All Starts With A SMILE
Natasha Stephen
..
..
*प्रणय*
युद्ध और शांति
युद्ध और शांति
Suryakant Dwivedi
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
Kumar lalit
तितली भी मैं
तितली भी मैं
Saraswati Bajpai
जिन्दगांणी
जिन्दगांणी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
आर.एस. 'प्रीतम'
रक्षाबंधन (कुंडलिया)
रक्षाबंधन (कुंडलिया)
गुमनाम 'बाबा'
उजले दिन के बाद काली रात आती है
उजले दिन के बाद काली रात आती है
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
श्याम जी
श्याम जी
Sukeshini Budhawne
दोहा सप्तक. . . . जिन्दगी
दोहा सप्तक. . . . जिन्दगी
sushil sarna
*कहर  है हीरा*
*कहर है हीरा*
Kshma Urmila
*मौका मिले मित्र जिस क्षण भी, निज अभिनंदन करवा लो (हास्य मुक
*मौका मिले मित्र जिस क्षण भी, निज अभिनंदन करवा लो (हास्य मुक
Ravi Prakash
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
Buddha Prakash
आदमी आदमी के रोआ दे
आदमी आदमी के रोआ दे
आकाश महेशपुरी
प्यार ही ईश्वर है
प्यार ही ईश्वर है
Rambali Mishra
!!भोर का जागरण!!
!!भोर का जागरण!!
जय लगन कुमार हैप्पी
सवर्ण और भगवा गोदी न्यूज चैनलों की तरह ही सवर्ण गोदी साहित्य
सवर्ण और भगवा गोदी न्यूज चैनलों की तरह ही सवर्ण गोदी साहित्य
Dr MusafiR BaithA
फूल से कोमल मन
फूल से कोमल मन
Mahesh Tiwari 'Ayan'
घनाक्षरी
घनाक्षरी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
चोपाई छंद गीत
चोपाई छंद गीत
seema sharma
सून गनेशा
सून गनेशा
Shinde Poonam
Loading...