प्रगतिशील छद्म धर्मनिरपेक्ष विचार
अपनी मां को डायन बताएं भाड़ विदेशी खाएं
छद्म धर्मनिरपेक्ष विचारों से कौम जो भडकाएं
यही हैं असली प्रगतिशील धर्मनिरपेक्ष वाम की चील
अगड़े पिछड़े दलित बता,बांट रहे मर्यादा शील
तुलसी मीरा और कबीरा, बांटने की करते हैं डील
तथाकथित बुद्धिजीवी घृणा द्वेष फैलाते हैं
शिक्षण संस्थानों में ये, विद्यार्थियों को भड़काते हैं
बुद्धि से हैं हीन, बुद्धि जीवी कहलाते हैं
प्रगति से नहीं वास्ता, प्रगतिशील कहलाते हैं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी