प्रकृति है बेटी
बेटी बचाओ बेटी पढाओ
फूल पड़े हो, गर, थरा पर,
कोई हाथ नहीं लगाता,
बेटी को भी ऐसा ही,समझ लिया,
फूल है बेटी, पर धरा पर,
पड़ा हुआ, फूल नहीं,
कूड़ेदान ,बंद पेटी, लिफाफे,
उसकी जगह नही,
जिगर का टुकड़ा है वो,
कुल का सम्मान है वो ,
प्राणों से प्यारी है वो ,
प्रकृति है ये, इसे बचाओ,
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ,
संदेश है ये, इसे फैलाओ .
संकल्प है ये, मजबूत बनाओ,
सही सम्मान तक इन्हें पहुंचाओ,
प्रकृति है ये ,,इसे बचाओ.